Saturday, June 2, 2007

अंबेडकर गांवों से हटाई जाएंगी शराब की दुकानें

नजीबाबाद (बिजनौर)। प्रदेश में बसपा सरकार ने अंबेडकर गांवों में रहने वाले ग्रामीणों को तोहफा दिया है। अब अंबेडकर गांवों में खोले गए शराब के ठेके शीघ्र वहां से हटाए जाएंगे। जिलाधिकारी के निर्देश पर आबकारी विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। उक्त ठेके दूसरे गांवों में स्थापित किए जाएंगे। इस कवायद में अंबेडकर गांवों में खुली करीब डेढ़ दर्जन से अधिक दुकानों पर संकट मंडरा रहा है। सूबे में बसपा की सरकार बनने के बाद पूर्व में चयनित अंबेडकर गांवों पर खासा ध्यान दिया जा रहा है। अंबेडकर गांवों को बिजली, पेयजल, सड़क, शिक्षा से संतृप्त किये जाने के अलावा शासन के आदेश के मुताबिक इन गांवों में खोले गये शराब के ठेके हटाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। इसी क्रम में दो दिन पहले जिलाधिकारी के. राममोहन राव ने आबकारी विभाग से अंबेडकर गांवों में खुले शराब के ठेकों की जानकारी मांगी। इस पर आबकारी विभाग ने अंबेडकर गांवों में संचालित शराब की सरकारी दुकानों का सर्वे कराया। सर्वे में सामने आया कि धामपुर में सबसे अधिक करीब 12, बिजनौर में पांच व नजीबाबाद में दो शराब की दुकानें अंबेडकर गांवों चल रही हैं। नजीबाबाद में 1995-96 में चयनित अंबेडकर गांव किशनपुर व 2002-03 में चयनित तिसोतरा में सरकारी ठेका खुला हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व में तैनात आबकारी विभाग के अधिकारियों ने शासनादेश को नजर अंदाज करते हुए इन अंबेडकर गांवों में शराब के ठेके सृजित कर दिये। विभागीय लोगों का कहना है कि इन गांवों से शराब के ठेके शीघ्र हटाकर दूसरे गांवों में खोले जाएंगे। आबकारी अधिकारी विजय कुमार मिश्रा ने बताया कि अभी अंबेडकर गांवों को चिन्हित किया जा रहा है, यह संख्या तीन दर्जन से अधिक हो सकती है। जल्दी ही इन दुकानों को बन्द कराने की कार्रवाई की जायेगी।[Saturday, June 02, 2007 2:10:16 AM (IST) ]

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